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तीन महीने से बंधक बनाए गए मजदूरों को छपारा पुलिस ने कराया मुक्त


गत दिवस छपारा पुलिस ने तीन महीने से बंधक बनाये गये मजदूरों को मुक्त कराते हुए उनके परिजनों से मिलाया। बताया जाता है कि सिवनी के छपारा थाना क्षेत्र के रायगढ़ निवासी संदेश पन्द्रराम ने छपारा थाना में शिकायत किया था कि उसके माता पिता व बहन सहित कमकापुर के करीब 10 लोग मजदूरी करने के लिए ग्राम लोवड़ी थाना मलहारपेठ जिला सतारा पुणे गये हुए है जिन्हें ठेकेदार ने तीन महीने से बंधक बनाकर रखा है जो मजदूरों की मजबूरी का फायदा उठाकर सुबह 4 बजे से लेकर रात के 12 बजे तक प्रताडि़त करता है मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी सौरभ पटेल ने जिला पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह के निर्देश में एक टीम का गठन किया जिसमें सहायक उप निरीक्षक नियाज खान, प्रधान आरक्षक देवीसिंह को मजदूरों के साथ ग्राम लोवड़ी थाना मलहारपेठ पहुंचाया जहां छपारा पुलिस ने स्थानीय पुलिस प्रशासन की मदद से लगभग 10 मजदूरों को मुक्त कराया। पुलिस ने जिन मजदूरों को मुक्त कराया उनमें दुखमान पिता फत्तू सिंह, पप्पू पिता हीरामन यादव, ओमप्रकाश पिता सीजकुमार, श्रीमति सुकरती बाई पति सुमेरा, सक्कू बाई पति अकबर कुमरे, रामकुमर पिता झनक सिंह, कल्लू बाई पति अनीस कुमरे, ग्यारसी पति पप्पू यादव, छाया पिता दुखमान, गंगा दुलारी पिता दुखमान शामिल है।
 बताया जा रहा है इनमें अधिकांश मजदूर आदिवासी हैं जिन्हें एक ठेकेदार के द्वारा मनसर काम में ले जाने को बोलकर रात और रात तीन समान बदलकर उन्हें महाराष्ट्र के सतारा जिले के एक गांव लोवडी ले जाकर छोड़ दिया गया था।